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चंद्रयान मिशन 2 की पुरी जानकारी
चन्द्रमा पर चन्द्र यान 2 मिशन उस अँधेरे हिस्से में उतरेगा ,जहाँ पर अभी तक किसी देश ने उतरने का सहस नही किया था।
भारत का चंद्रयान 2,चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने लैंडर विक्रम को उतआरने जा रहा है।
इसका केवल इक ही वजह है वहा पानी की संभावना, और किसी मिशन का नही पहुचना ।और इस अंधियारे में स्थित इस जगह पहुचने का कारण केवल भारत के सहस का परिचय देना है। . चन्द्रयान 1 ने जहा पानी के कण खोजते हुए अपनी यात्रा समाप्त कीथी ,वही से चन्द्रयान 2 अपनी यात्रा की शुरुआत करेगा।
इसरो के अनुसार…. चन्द्रमा पर कितना पानी है, कहा कहा है,सतह और सतह के निचे इसकी क्या सम्भावना है। चन्द्रयान 2 इसके लिये आगे के किये अधयन करेगा। ये ही चन्द्रयान 2 का मिशन है।
विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को 'मांजिनस सी ' और ' सीपीलियस एन ' नाम के दो क्रेटरो को सॉफ्ट लैंड कराया जायेगा।
चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर अत्यधिक अँधेरा होता है। जिसके कारण वहाँ पर चन्द्रयान 2 के मिशन को हर वक़्त केंद्रित रखा जायेगा। चंद्रमा से इतना दूर दक्षिणी ध्रुव पर भारतीय मिशन का पूरा किये जाने का केवल यही वजह है की यहा पर इतने दूर जगह पर अभी तक कोई मिशन पूरा नही किया गया है।
चाँद का धरती से दुरी 3.844 लाख किमी है।
और इस मिशन को पूरा करके एक नए सहस की कहानी इतिहास के पन्नों में भारत द्वारा दर्ज किया जायेगा।
भारत का चंद्रयान 2,चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने लैंडर विक्रम को उतआरने जा रहा है।
इसका केवल इक ही वजह है वहा पानी की संभावना, और किसी मिशन का नही पहुचना ।और इस अंधियारे में स्थित इस जगह पहुचने का कारण केवल भारत के सहस का परिचय देना है। . चन्द्रयान 1 ने जहा पानी के कण खोजते हुए अपनी यात्रा समाप्त कीथी ,वही से चन्द्रयान 2 अपनी यात्रा की शुरुआत करेगा।
इसरो के अनुसार…. चन्द्रमा पर कितना पानी है, कहा कहा है,सतह और सतह के निचे इसकी क्या सम्भावना है। चन्द्रयान 2 इसके लिये आगे के किये अधयन करेगा। ये ही चन्द्रयान 2 का मिशन है।
विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को 'मांजिनस सी ' और ' सीपीलियस एन ' नाम के दो क्रेटरो को सॉफ्ट लैंड कराया जायेगा।
चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर अत्यधिक अँधेरा होता है। जिसके कारण वहाँ पर चन्द्रयान 2 के मिशन को हर वक़्त केंद्रित रखा जायेगा। चंद्रमा से इतना दूर दक्षिणी ध्रुव पर भारतीय मिशन का पूरा किये जाने का केवल यही वजह है की यहा पर इतने दूर जगह पर अभी तक कोई मिशन पूरा नही किया गया है।
चाँद का धरती से दुरी 3.844 लाख किमी है।
और इस मिशन को पूरा करके एक नए सहस की कहानी इतिहास के पन्नों में भारत द्वारा दर्ज किया जायेगा।
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